खेल अपडेट: दिग्गज सुनील छेत्री लेंगे सन्यास, आईपीएल 2024 में मुंबई और लखनऊ खेलेंगी अपना आखरी मैच
आईपीएल 2024: मुंबई और लखनऊ जीत के साथ लेना चाहेंगी विदाई
आईपीएल 2024 के प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी मुंबई इंडियंस शुक्रवार को जब वानखेड़े में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अपने आखिरी मुकाबले में उतरेगी तो उसका लक्ष्य जीत के साथ इस साल के आईपीएल सत्र को खत्म करना होगा| वही लखनऊ के लिए भी अंतिम चार के दरवाजे लगभग बंद हो चुके हैं|
लखनऊ अगर मुंबई के खिलाफ 200 से ज्यादा रन बनाने के बाद मुंबई को 100 से ज्यादा रनों के अंतर से हराते हैं तो उनके 14 अंक तो हो जाएंगे पर रन रेट -0.351 ही रहेगा| ऐसे में कोई चमत्कार ही लखनऊ सुपर जायंट्स को आगे बढ़ा सकता है| तीन माचों में लगातार हार से लखनऊ ने अंक भी गवाए और रन रेट भी खराब हो गया| सातवे स्थान पर काबिज़ लखनऊ का रन रेट -0.787 है जबकि छठे स्थान की टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का रन रेट +0.387 है|
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पांच बार की आईपीएल चैंपियन मुंबई इंडियंस प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाली पहली टीम थी| नए कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ इस सत्र में टीम का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा है| टीम 13 माचों में से सिर्फ चार मैच ही जीत पाई है| अंतिम मुकाबले में जीत से टीम सबसे नीचे पायदान पर रहने से बच सकती है वह भी तब अगर पंजाब अपना आखरी मुकाबला हार जाए|
आईपीएल 2024 के सत्र से पहले रोहित शर्मा की जगह हार्दिक पंड्या को कप्तानी सौपे जाने से मुंबई इंडियंस के प्रशंसकों में काफी आक्रोश था जिसका टीम के प्रदर्शन पर भी असर पड़ा| बल्लेबाज़ों ने पूरी तरह निराश किया तो गेंदबाजी में सबसे अच्छे गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह दूसरे गेंदबाज को अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित नहीं कर सके|उनके अलावा गेराल्ड कोएट्जी ही कुछ प्रभाव छोड़ पाए| हार्दिक पांड्या 10.58 की इकोनॉमी से मात्र 11 विकेट चटका पाए हैं| वह बल्ले से कोई भी कमाल नहीं कर पाए|
मुंबई इंडियंस के बल्लेबाजों ने किस तरह से निराश किया इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शीर्ष 10 गेंदबाज़ों में उनका कोई खिलाड़ी नहीं है| टीम के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ तिलक वर्मा 416 रनों के साथ 12वें स्थान पर है| ओपनर ईशान किशन और रोहित शर्मा टीम को धमाकेदार आगाज दिलाने में इस साल नाकाम रहे|
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ईशान सिर्फ एक अर्धशतक ही जड़ पाए तो रोहित के बल्ले से सिर्फ एक शतक निकला| इसके अलावा वे 50 का आंकड़ा भी नहीं छू पाए| चोट से वापसी के बाद विस्फोटक बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव जरूर कुछ अच्छी पारियां खेली पर उन्हें अन्य साथियों का साथ नहीं मिला| मुंबई के विदेशी खिलाड़ी भी बुरी तरह से नाकाम रहे| टीम डेविड ने 10 मैचों में 241 रन बना पाए| उनका सर्वोच्च स्कोर 45 रन रहा|
विश्व कप से पहले यह अंतिम मुकाबला है| ऐसे में भारतीय कप्तान रोहित और उपकप्तान हार्दिक के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें रहेगी| इन दोनों के अलावा फोकस जसप्रीत बुमराह और सूर्यकुमार यादव पर भी रहेगा| रोहित शर्मा पिछली छह पारियों में नाकाम रहे हैं जिसमें उनका सर्वोच्च कर 19 रन का रहा है| हार्दिक पांड्या भी ऑलराउंडर की भूमिका बिलकुल भी नहीं निभा पाए|
भारत के दिग्गज फुटबॉलर सुनील छेत्री का जाना बहुत खलेगा
करीब 20 सालों से भारतीय फुटबॉल की कमान अपने कंधों पर लेकर चल रहे विश्व के दिग्गज और भारत के स्टार फुटबॉलर सुनील छेत्री ने रिटायरमेंट लेने का फैसला कर लिया है| एक्स पर वीडियो साझा करते हुए छेत्री ने बताया कि वह 6 जून को अपना आखिरी मैच कुवैत के खिलाफ खेलेंगे| छेत्री के कद का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबॉल संस्था फीफा ‘कैप्टन फैंटास्टिक’ नाम से उन पर डॉक्यूमेंट्री बन चुकी है|
भारतीय फुटबॉल में करिश्माई सुनील छेत्री जी की जगह भरना काफी मुश्किल है| छेत्री के संन्यास का ऐलान करते ही फीफा ने एक्स पर पोस्ट किया, जिसमें लिखा ‘रिटायरिंग ए लीजेंड’ | पोस्ट में फीफा ने सुनील छेत्री को महान फुटबॉलर लिओनेल मेसी और क्रिस्टिआनो रोनाल्डो के साथ खड़ा दिखाया है| फीफा ने इस पोस्ट के जरिए बताया कि सक्रिय खिलाड़ियों में मेसी और रोनाल्डो के बाद सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल भारत के सुनील छेत्री ने ही किए हैं|
तेलंगाना के सिकंदराबाद में 3 अगस्त 1984 को जन्मे सुनील छेत्री को फुटबॉल विरासत में मिली थी| उनके पिता खारगा छेत्री भारतीय सेन के लिए और माँ शुशीला नेपाल की राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुकीं थी| छेत्री ने दिल्ली में फुटबॉल खेलना सीखा| सुनील छेत्री जी ने 2001 से लेकर 2002 में दिल्ली के सिटी क्लब की ओर से भी खेले|
वर्ष 2001 में कोलकाता के मशहूर फुटबॉल क्लब मोहन बागान में छेत्री ने फुटबॉल के अपने कौशल से प्रशंसकों का ध्यान खींच लिया| छेत्री से प्रभावित होकर मोहन बागान के उस समय के कोच अमल दत्ता ने भविष्यवाणी कर दी थी कि यह भारत का अगला बाइचुंग भूटिया बनेगा| सुनील क्षेत्री दुनिया के अकेले ऐसे फुटबॉलर हैं जिन्होंने 25वे, 50वे, 75वे, 100वे और 150वे मैच में गोल दागा है| सुनील छेत्री अपना आदर्श बाइचुंग भूटिया जी को मानते हैं|