With growth rate of 8.2%, India remains world’s fastest-growing economy

With growth rate of 8.2%, India remains world’s fastest-growing economy

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The GDP figures for the whole year have been much better than the estimates of the RBI and the World Bank. The RBI’s estimate for GDP for the financial year 2024 was 7%, and the World Bank’s estimate was 6.6 percent.

India’s Finance Minister Nirmala Sitharaman has said that 8.2 percent GDP growth in the financial year 2023-24 is excellent and the pace of growth will continue in the third term of the Modi government. She said that the construction sector has grown significantly by 9.9%. This progress reflects the success of the efforts of the Modi government.

Chairman of the Sixteenth Finance Commission Arvind Panagariya said that the GDP growth rate of 8.2 percent is good news for India. According to Anand Rathi Shares Chief Economist Sujan Hazra, India has achieved this feat on the back of strong growth in consumption.

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India surpassed all developed countries

According to the Reserve Bank, provisional GDP growth in FY 2023-24 has increased to 7.6% from 7.0% last year. This is the third consecutive year when the growth rate is 7.02 percent or more. RBI has said in the annual report that the Indian economy is expected to grow at the rate of 7.02% in the current financial year 2024-2025.

India has maintained this pace at a time when many countries of the world are struggling with economic and geopolitical crisis. China’s economic growth rate was only 5.3 percent in the January-March quarter. The IMF estimates that India will perform better than the US, Japan, UK, France, Germany, and China. Leading rating agency Moody’s said that strong economic growth and policy continuity is expected after the elections. Moody’s has projected India’s growth rate to be 6.8 percent in 2024 and 6.5 percent in 2025.

The government’s fiscal deficit was 5.63% of GDP in the last year, which is slightly less than the estimate of 5.8%. The fiscal deficit i.e. the difference between expenditure and revenue has been Rs 16.53 lakh crore.

India brought back its gold after 33 years

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India has transferred 100 tonnes of its gold kept in Britain to domestic vaults in the financial year 2023-2024. This is the largest transfer of gold since 1991. In the year 1991, a large part of the gold was taken out of the vaults to be pledged to deal with the foreign exchange crisis. In the financial year 2023–24, the country’s total gold reserves increased by 27.46 tonnes and increased to 822 tonnes.

In 1991, the Chandrashekhar government of Congress mortgaged gold to deal with the balance of payments crisis. Between July 4 and July 18 of that year, the RBI had mortgaged 46.91 metric tons of gold with the Bank of England and the Bank of Japan to raise $400 million. With the arrival of gold, the amount of gold stored locally has increased to more than 408 metric tons. This means that local and foreign holdings are now almost equal.

Stock market made a strong comeback

The trend of decline in the local stock markets for the last five sessions came to a halt on Friday. Amidst volatile trading, the Sensex closed at 73,961.31, up 75.71 points. During trading, it has also been at the upper level of 74,478.98 points and the lower level of 73,765.15 points. In this way, a lot of volatility has been seen in the index. Nifty closed at 22,530.70 points, up 42.05 points.

The growth rate of eight major basic industries reached 6.2% in April. Information has been given in the official data released on Friday. According to official data, the growth rate of basic industries has been very good due to better production of natural gas, refinery products, and electricity in the month of April.

India made more records in progress

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The growth rate of these eight industries has been 6% since March, whereas a year ago, in April 2023, this growth rate was 4.6 percent. Coal, crude oil, natural gas, refinery products, fertilizers, steel, cement, and electricity are among the core industries. Together, they have a 40.27 percent share of the country’s Index of Industrial Production (IIP).

भारत 8.2% की विकास दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है

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पूरे साल के लिए जीडीपी के आंकड़े आरबीआई और वर्ल्ड बैंक के अनुमान से कहीं बेहतर रहे हैं| कारोबारी साल 2024 की जीडीपी के लिए आरबीआई का अनुमान 7% और विश्व बैंक का अनुमान 6.6 फ़ीसदी था|

भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि शानदार है और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भी वृद्धि की गति जारी रहेगी| उन्होंने कहा कि निर्माण क्षेत्र में 9.9% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है| यह उन्नति मोदी सरकार के प्रयासों की सफलता को दर्शाता है|

सोलहवे वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि 8.2 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर भारत के लिए अच्छी खबर है| आनंद राठी शेयर के मुख्य अर्थशास्थी सुजान हाजरा के अनुसार, खपत में मजबूत वृद्धि के दम पर भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है|

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भारत ने सभी विकसित देशों को पछाड़ा

रिजर्व बैंक के अनुसार वित्त वर्ष 2023 24 में प्रोविजनल जीडीपी वृद्धि पिछले वर्ष के 7.0% से बढ़कर 7.6% तक हो गई है| यह लगातार तीसरा वर्ष है जब विकास दर 7.02 प्रतिशत या उससे अधिक ही है| आरबीआई ने वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि चालू वित्त वर्ष 2024-2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.02% की दर से बढ़ने की उम्मीद है|

भारत ने यह रफ्तार ऐसे समय में बना रखी है जब दुनिया के कई देश आर्थिक व भू-राजनीतिक संकट से जूझ रहे हैं| चीन की आर्थिक वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में सिर्फ 5.3 प्रतिशत ही रही है| आईएमएफ का अनुमान है कि भारत अमेरिका, जापान, यूके, फ्रांस, जर्मनी, और चीन से अच्छा प्रदर्शन करेगा| प्रमुख रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा कि मजबूत आर्थिक वृद्धि और चुनाव के बाद नीतिगत निरंतरता रहने की उम्मीद है| मूडीज ने भारत की वृद्धि दर 2024 में 6.8 प्रतिशत और 2025 में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है|

सरकार का राजकोषीय घाटा पिछले वर्ष में जीडीपी का 5.63% रहा है यह 5.8% के अनुमान से कुछ कम है| राजकोशीय घाटा यानी व्यय और राजस्व के बीच का अंतर 16.53 लाख करोड़ रूपए रहा है|

33 वर्षों बाद भारत ने वापस लिया अपना सोना

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भारत ने वित्त वर्ष 2023-2024 में ब्रिटेन में रखे अपने 100 टन सोने को घरेलू तिजोरियों में पहुंचा है| यह 1991 के बाद सोने का सबसे बड़ा स्थानांतरण है| वर्ष 1991 में विदेशी मुद्रा संकट से निपटने के लिए सोने के बड़े हिस्से को गिरवी रखने के लिए तिजोरियों से बाहर निकाला गया था| वित्त वर्ष 2023-24 में देश के कुल स्वर्ण भंडार में 27.46 टन की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 822 टन हो गया|

1991 में कांग्रेस की चंद्रशेखर सरकार ने भुगतान संतुलन संकट से निपटने के लिए सोना गिरवी रखवाया था| उस साल से 4 जुलाई से 18 जुलाई के बीच आरबीआई ने 400 मिलियन डॉलर जुटाने को बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ जापान के पास 46.91 टन सोना गिरवी रखा था| सोना आने से स्थानीय स्तर पर संग्रहीत सोने की मात्रा बढ़ाकर 408 टन से भी अधिक हो चुकी है| इसका अर्थ है कि स्थानीय व विदेशी होल्डिंग अब लगभग बराबर है|

शेयर बाजार ने की जोरदार वापसी

स्थानीय शेयर बाजारों में पिछले पांच सत्रों से जारी गिरावट का सिलसिला शुक्रवार को थम चुका है| उतार-चढ़ाव से भरे कारोबार के बीच सेंसेक्स 75.71 अंकों से बढ़कर 73,961.31 पर बंद हुआ है| कारोबार के दौरान यह 74,478.98 अंक के ऊपरी और 73,765.15 अंक के निचले स्तर पर भी रहा है| इस तरह सूचकांक में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है| निफ्टी 42.05 अंक बढ़कर 22,530.70 अंक पर बंद हुआ|

भारत ने तरक्की में और भी कीर्तिमान बनाएं

आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अप्रैल में 6.2% हो चुकी है| शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में जानकारी दी गई है| आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल महीने में प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और बिजली का उत्पादन बेहतर होने से बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर काफी अच्छी रही है|

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मार्च से इन आठ उद्योगों की वृद्धि दर 6% थी जबकि एक साल पहले अप्रैल, 2023 में यह वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत थी| कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली को बुनियादी उद्योगों में गिना जाता है| इनकी देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में सम्मिलित रूप से 40.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है|