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भारत देश ने कहा – कनाडा अलगाववादियों को राजनीतिक जगह ना दें
भारत ने कनाडा की मॉल्टन में झांकियां में हिंसक चित्रण प्रदर्शित करने पर मंगलवॉर को कड़ा विरोध व्यक्त किया | विदेश मंत्रालय ने कनाडा सरकार से कहा कि वह अपने देश में आपराधिक और अलगावादी तत्वों को सुरक्षित आश्रय और राजनीतिक जगह देना बंद करें |
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने पत्रकारों की एक सवालों के जवाब में कहा कि हमनेहिंसक छवियों के बारे में बार-बार अपनी चिंताओं को मजबूती से उठाया है | पिछले साल एक जुलूस में हमारे पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या को दर्शाती एक झांकी का इस्तेमाल किया गया था | कनाडा में भारतीय राजनयिको के खिलाफ हिंसा की धमकी वाले पोस्टर भी लगाए गए |
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जायसवाल ने कहा कि हिंसा का जश्न मानना और उसका महिमामंडन करना किसी भी शभ्य समाज का हिस्सा नहीं होना चाहिए | लोकतांत्रिक देश कानून का सम्मान करते हैं, उन्हें अभिव्यक्त की स्वतंत्रता के नाम पर कट्टरपंथियों तत्वों द्वारा डराने धमकाने की इजाजत बिल्कुल नहीं देनी चाहिए |
मंत्रालय ने कहा कि हम कनाडा में अपने राजनीतिक प्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और उम्मीद करते हैं कि कनाडा सरकार या सुनिश्चित करेगी कि वह बिना किसी डर के अपनी जिम्मेदारियां को निभाने में सक्षम हो |
पन्नू की हत्या के षड्यंत्र में भारतीय जांच का इंतजार
अमेरिका में सिवख अलगाववादी नेता गुरुपत वंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश से संबंधित आरोपों पर भारत दवारा की जा रही जांच के नतीजे का अमेरिका इंतजार कर रहा है |
विदेशी विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी | विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, भारत सरकार ने मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है और जाँच जारी है हम जांच की नतीजे का इंतजार करेंगे, लेकिन हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह कुछ ऐसा है जिसे हम गंभीरता से ले रहे हैं और हमें लगता है कि उन्हें भी इसे गंभीरता से लेना चाहिए |
कनाडा के अवर्जन मंत्री मार्क मिलन ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर कि उस टिप्पणी को खारिज कर दिया कि ओटावा लोगों ने वीजा जारी करने में ढिलाई बरतता है और मिलान ने कहा कि कनाडा में प्रवेश करने वालों के रिकॉर्ड की जांच होती है | जयशंकर ने शनिवार को कहा कि ऐसा लोगों को वीजा न दे जो समस्या पैदा कर रहे हैं |
गाजा में हमला कर राफा क्रॉसिंग पर इजरायल की सेना का कब्जा
इजरायली सेना ने कहा कि उसने सोमवार से मंगलवार की रात तक दक्षिणी गंज पट्टी में राफा क्रॉसिंग पर परिचालन नियंत्रण स्थापित कर लिया है |
इजराइल मीडिया पर प्रसारित फुटेज में क्रॉसिंग कि ग़ाज़ा की ओर से एक इजरायली झंडा लहराता हुआ दिखाई दे रहा है | हालांकि सी ने इस झंडे पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है |
इजरायली सी ने सोमवार रात को कहा कि पूर्वी राफा में लक्षित हमले कर रही है | इसमें कहा गए कि अभियान में हमास के बीस आतंकवादी मारे गए और सुरंग में तीन शाफ्ट की खोज की गई |
इजरायली सेवा के एक अधिकारी ने कहा की निकासी क्षेत्र में मौजूद अधिकतर लोग वहां से चले गए | इजरायली रक्षा बलों और फिलीस्तीन के अधिकारियों ने कहा कि गाजा शहर की ठीक दक्षिणमें क्रॉसिंग को टैंकों ने अपने कब्जे में ले लिया है यह घटनाक्रम इसराइल-हमास युद्ध के बाद आया |
फिलीस्तीन समर्थकों का एमआईटी पर फिर कब्जा
पुलिस टीम ने फिलिस्तीन समर्थकों को सोमवार को शिविर छोड़ने की समय सीमा दी थी, लेकिन प्रदेश अधिकारियों ने दोबारा इसे कब्जे में ले लिया | एमआईटी में प्रदर्शन कार्यों को दोपहर की सीमा समय सीमा दी गई थी, जिससे शिक्षा से उन्हें विरोध स्थल छोड़ने को कहा गया था, लेकिन छात्रों ने ऐसा नहीं किया |
एमआईटी प्रवक्ता के मुताबिक कई लोग प्रदर्शन स्थल से चले गए, लेकिन विश्वविद्यालय के बाहर फिर से डेरा डाल लिया | इजरायली पुलिस ने पूर्वी यरुशलम में दो फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया |
इजराइल 401वी ब्रिगेड ने मंगलवार की सुबह राफा क्रॉसिंग में प्रवेश किया और महत्वपूर्ण सीमा बिंदु पर परिचालन अपने नियंत्रण में ले लिया | सेना ने रात भर राफा में हमले और बमबारी की जिसमें कम से कम छह महिलाओं और 5 बच्चों सहित कम से कम 23 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई |
प्रवासियों ने भरा भारत का खजाना, 111 अरब डॉलर भेजें
प्रवासी भारतीयों ने दुनिया के किसी अन्य देशों के लोगों की तुलना में सबसे अधिक पैसा अपने घर भेजा है | 2022 में प्रवासी भारतीयों ने 111 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक पैसे भारत भेजे हैं | जबकि बाकी देश इसके आस-पास भी नहीं है | इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन की ओर से मंगलवार को जारी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ |
रिपोर्ट के अनुसार भारत पहला देश है जिसे 100 अरब अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार किया है | विदेश में रहने वालों ने एफडीआई से अधिक पैसे भेजे हैं | संगठन की ओर से जारी वर्ल्ड माइग्रेशन रिपोर्ट 2024 में बताया गया की पलायन कर चुके लोगों द्वारा घर भेजा गया पैसा विकासशील देशों प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से अधिक है |
2022 में प्रवासियों ने 831 अरब डॉलर घर भेज, जो 2000 की तुलना में 650 प्रतिशत अधिक है | 2000 में 102 अरब डॉलर ही लोगों ने घर भेजे थे | बड़ी बात यह है कि इनमें से 647 अरब डॉलर काम और मध्यम आय वाले देशों में भेजे गए हैं |
प्रवासियों का पैसा गरीब देश में राजस्व का बड़ा स्रोत है इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने रिपोर्ट में कहा कि कोरोना के कारण पैसे भेजने में कमी की कई विश्लेषको की भविष्यवाणी के बावजूद लोगों ने अपने घर पैसे भेजे हैं यानी कोरोना महामारी की बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पढ़ा है |
रिपोर्ट में बताया गया कि जो लोग अपने देश से पलायन कर गए हैं उनके द्वारा घर भेजा गया धन लंबे समय से निम्न आय वाले देशों के लिए राजस्व का एक बड़ा स्रोत है | विश्व बैंक द्वारा दर्ज की गई धन भेजने में वृद्धि और आईओएम द्वारा शोध किए गए आंकड़े बताते हैं कि गरीब अर्थव्यवस्था के लिए प्रवासन कितना महत्वपूर्ण है |