...

लोकसभा चुनाव 2024: कर्नाटक, केरल में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर

कर्नाटक

पहले चरण में तमिलनाडु में मतदान संपन्न होने के साथ ही अब ध्यान पड़ोसी राज्य केरल और कर्नाटक पर केंद्रित हो गया है| इन दोनों कर्नाटक और केरल राज्यों में 26 अप्रैल को मतदान होने जा रहा है| केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर चुनाव होंगे, जबकि कर्नाटक की आधी यानी 14 सीटों पर दूसरे चरण के का मतदान होगा, बाकी 14 सीटों पर तीसरे चरण में वोट पड़ेंगे|

इन दोनों कर्नाटक और केरल राज्यों की चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए दो वजह से खास हैं एक वामशासित केरल में सेंध लगाने के अपने लंबे समय से पोषित सपने को साकार करना और दूसरा कर्नाटक को फिर से हासिल करना, जहां उसने 2019 में 28 लोकसभा सीटों में से 25 हासिल की थी भाजपा के अपने दम पर 370 और गठबंधन के सहयोगियों के साथ 400 से ज्यादा सीटे जीतने के दावे साकार करने के लिए विशेष रूप से कर्नाटक में उनका जितना जरूरी है|

यह भी पढ़ें: राजस्थान में पीएम मोदी: कांग्रेस देश की संपत्ति को घुसपैठियों में बांट देगी

कर्नाटक और केरल को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाएंगे – पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा का चुनाव अभियान मतदाताओं से इस वादे के साथ एक सीधी अपील है कि वह दोनों कर्नाटक और केरल राज्यों को भ्रष्ट राजनेताओं से छुटकारा दिलाएंगे और राज्य को चमकदार ‘न्यू इंडिया’ में ले जाएंगे | दूसरी ओर, विपक्ष लोकतंत्र संविधान और उसके संघीय ढांचे की रक्षा के अधिक बुनियादी मुद्दों पर भरोसा कर रहा है |

उसकी यह भी शिकायत है कि केंद्रीय धन के हस्तांतरण में उनके साथ अनुचित व्यवहार किया जाता है| चूंकि दोनों राज्य अत्यधिक साक्षर हैं इसलिए प्रधानमंत्री वहां के अपने सार्वजनिक संबोधनों में अधिक उदार है, जो पिनराईविजायन या सिद्दरमैया जैसे मुख्यमंत्री पर सियासी हमले की बात आती है, तब प्रधानमंत्री पीछे नहीं रहते हैं|

केरल में मिजाज थोड़ा अलग, इस बार यूडीएफ बनाम सीपीएम

साल 2019 की तुलना में 2024 में केरल की कहानी थोड़ी अलग है, क्योंकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ और सीपीएम के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा ज्यादातर सीटों पर आमने-सामने है| एनडीए का नेतृत्व करने वाली भाजपा कम से कम कुछ चुनिंदा निर्वाचन क्षेत्र के मुकाबले को त्रिकोणी बनाने की इच्छुक है| यूडीएफ और एलडीएफ 2019 में पार्टी कार्यकर्ताओं के स्तर पर एक दूसरे के प्रतिनिधि थे इसलिए 2024 में वाम मोर्चे के शीर्ष नेता पिनराईविजायन और राहुल गांधी एक दूसरे के खिलाफ मैदान में कूद पड़े हैं|

यह बदलाव मुख्य रूप से वायनाड में राहुल गांधी के खिलाफ सीपीआई की प्रमुख नेता एनिराजा को मैदान में उतरने के वाम मोर्चे के फैसले के कारण है| केरल में वामपंथी राहुल गांधी का आरोप लगाते रहे हैं कि वह भाजपा से डरे हुए हैं और इसीलिए अपेक्षाकृत सुरक्षित केरल में छिपने की कोशिश कर रहे हैं| वाम नेताओं का प्रचार अभियान तब और अधिक तलक हो रहा हो गया जब पिनाराई ने राहुल गांधी को परोक्ष रूप से ‘अमूल बेबी’ कहना शुरू कर दिया|

कर्नाटक

राहुल गांधी ने लगाया पिनाराई विजयन पर आरोप

राहुल अभी तक पिनाराई के खिलाफ सीधे हमले से बचते रहे, पर इस बार उन्होंने आरोप लगा दिया कि भ्रष्टाचार की शिकायत के बावजूद नरेंद्र मोदी ने पिनाराई के खिलाफ ईडी को केरल नहीं भेजा है | जैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ भेजा है| पिनाराई ने भी इस पर पलटवार करते हुए कहां है कि राजनीतिक कैद उनके लिए नई बात नहीं है, यहां तक कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान उन्हें जेल में डाल दिया था|

प्रधानमंत्री मोदी ने भी जले पर नमक छिड़कते हुए कहा है कि कांग्रेस के उत्तराधिकारी जल्द ही वायनाड से भी भाग खड़े होंगे, जैसे उन्होंने अमेठी से किया था| उन्होंने आश्चर्य जताया कि कोई भी ‘इंडिया ब्लॉक’ के उन घटकों को चुनने के बारे में कैसे सोच सकता है, जो जनता के बीच ही इतने खुले तौर पर लड़ रहे हैं|

बहरहाल, कांग्रेस और वामपंथियो के बीच खींचतान को समझा जा सकता है| वाम मोर्चा विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अपने विजय अभियान को जारी रखना चाहता है, जबकि कांग्रेस साल साल 2019 के प्रदर्शन को दोहराना चाहती है| कांग्रेस ने 2019 में केरल की बीस में से 19 लोकसभा सीटों जीती थी | हालांकि कांग्रेस और वाम मोर्चा में से कोई नहीं चाहता कि केरल में भाजपा के पांव जमें | देखना है कि उनकी यह रणनीति सफल होती या नहीं | केरल में भाजपा की रणनीति तिरुवंतपुरम और त्रिशूर जैसी कुछ सीटों पर केंद्रित है, जहां उसे उम्मीद है| उसने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को कांग्रेस प्रत्याशी को कांग्रेस के सुरेंद्र के खिलाफ मैदान में उतारा है|

लिंगायत कट्टर बीजेपी समर्थक, वहीँ मुसलमान कांग्रेस के साथ

जहां तक कर्नाटक की बात है, तो भाजपा यहां 2019 के अपने प्रदर्शन को दोहराना चाहती है, लेकिन बीते विधानसभा चुनाव में उसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा है| वैसे, यदुरप्पा का पुनर्वास कर दिया गया है और उनके बेटे को राज्य भाजपा का प्रमुख नियुक्त किया गया है और साथ ही पार्टी ने जद (एस ) के साथ गठबन्धन भी किया है|

दूसरी ओर, कर्नाटक में कुछ बातें ऐसी भी हैं, जो सत्तरुण कांग्रेस के पक्ष में नजर आ रही हैं| एक, मुसलमानो ने जो आबादी का 15% हिस्सा है, धर्मनिरपेक्ष दल को वोट देने का मन बनाया है| एकमत के अनुसार, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिले कुल वोटो में से लगभग 30 प्रतिशत वोट मुसलमान के थे| दूसरी अहम बात, बड़े पैमाने पर राज्य के दलित भी, जो 18% हैं, कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं|

कर्नाटक

लिंगायत प्रमुख रूप से कट्टर बीजेपी समर्थक रहे हैं| मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस समुदाय को आकर्षित करने के लिए प्रयास किए हैं| एक अन्य प्रमुख जाति वोक्कालिगा का समर्थन कर रही है, जो उनके सबसे बड़े नेता हैं| मगर उपमुख्यमंत्री डीके शिवाकुमार भी वोक्कालिगा नेता हैं, देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना हराने के लिए मैसूर में जोरदार प्रचार कर रहे हैं|

और पढ़ें: कांग्रेस सरकार में पाकिस्तानी हमलों का क्यों नहीं दिया जाता था जवाब? अमित शाह ने बताई वजह

Karnataka & Kerala: Close contest between BJP and Congress in these two states

Kerala

With the completion of the first phase of voting in Tamil Nadu, the focus has now shifted to neighboring states Kerala and Karnataka. Voting is going to be held in these two states on April 26th. Elections will be held on all 20 Lok Sabha seats in Kerala, while in Karnataka, half, i.e., 14 seats will be voted in the second phase, and the remaining 14 seats will be voted in the third phase.

The elections in these two states are special for the Bharatiya Janata Party for two reasons: one is to realize its long-cherished dream of making a dream come true and the second one is to regain Karnataka, where it had won 25 out of 28 Lok Sabha seats in 2019. It is necessary for them to realize the BJP’s claims of winning 370 seats on its own and more than 400 seats with its alliance partners.

Read also: PM Modi in Rajasthan: Congress will divide the country’s wealth among infiltrators

Will free Karnataka and Kerala from corruption – PM Modi

The BJP’s election campaign under the leadership of Prime Minister Narendra Modi is a direct appeal to the voters with the promise that he will free both the states of corrupt politicians and take the state to a shining ‘New India’. On the other hand, the opposition is relying on more fundamental issues of protecting the democratic constitution and its federal structure.

He also complains that the Central Government treats them unfairly during money transfer. Since both states are highly literate, the Prime Minister is more liberal in his public addresses there, which does not lag behind when it comes to political attacks on Chief Ministers like Pinarayi Vijayan or Siddaramaiah.

The mood is a little different in Kerala, this time UDF vs CPM

The story of Kerala in 2024 is a bit different as compared to the year 2019, as Congress led UDF and CPM led Left Front are face to-toe on most of the seats. The BJP leading the NDANDA, keen to make the contest triangular in at least a few select constituencies. UDF and LDF had each other’s representatives at the party workers’ level in 2019, hence in 2024, top Left Front leaders Pinarayi Vijayan and Rahul Gandhi are pitted against each other.

This change is mainly due to the Left Front’s decision to field prominent CPI leader Aniraja against Rahul Gandhi in Wayanad. Leftists in Kerala have been accusing Rahul Gandhi that he is scared of BJP the BJP hence is trying to hide in relatively safe Kerala. The Left leaders’ campaign became more heated when Pinarayi started indirectly calling Rahul Gandhi ‘Amul Baby’.

Kerala

Rahul Gandhi accused Pinarayi Vijayan

Till now, Rahul has avoided direct attacksk against Pinarayi, but this time he alleged that despite the complaint of corruption, Narendra Modi has not sent ED against Pinarayi to Keralite has been sent against Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal and Jharkhand Chief Minister Hemant Soren. Pinarayi also hit back saying that political imprisonment is not new to him, even his grandmother Indira Gandhi, put him in jail during the Emergency.

Prime Minister Modi has also added insult to injury by saying that Congress’ successors will soon run away from Wayanad too, like they did from Amethi. He wondered how anyone could think of electing those constituents of the ‘India Bloc’ who were fighting so openly among the public.

However, the tussle between Congress and the Left is understandable. The Left Front wants to continue its victory campaign after winning the assembly elections, while the Congress wants to repeat the performance of 2019. Congress had won 19 out of twenty Lok Sabha seats in Kerala in 2019. However, neither the Congress nor the Left Front wants want BJP to gain a foothold in Kerala.

It remains to be seen whether his strategy is successful or not. BJP’s strategy in Kerala is focused on a few seats seats, Thiruvananthapuram and Thrissur, where it has hope. It has fielded Congress candidate Union Minister Rajiv Chandrashekhar against Congress’s Surendra.

Lingayats are staunch BJP supporters, while Muslims are with Congress

As far as Karnataka is concerned, BJP wants to repeat its 2019 performance here, but it had to face a big defeat in the last assembly elections. However, Yadurappa has been rehabilitated and ,son has been appointed the state BJP chief and the party has also entered into an alliance with JD(S).

On the other hand, there are some things in Karnataka which seem to be in favor of the ruling Congress. One, Mus who constitute 15% of the population, have decided to vote for secular parties. According to unanimous opinion, out of the total votes received by Congress in the assembly elections, about 30 percent votes were of Muslims. Secondly, the Dalits of the state, who constitute 18%, are also supporting the Congress on a large scale.

Kerala

Lingayats have mainly been staunch BJP supporters. Chief Minister Siddaramaiah has made efforts to attract this community. Another major caste is supporting Vokkaliga, who is their eldest leader. But Deputy Chief Minister DK Shivakumar is also a Vokkaliga leader, Deve Gowda’s grandson Prajjwal is campaigning vigorously in Mysore to defeat Revanna.

Read more: State-wise Lok Sabha seats for General Elections 2024


Election and Voting festival begins in world’s largest democracy

Voting

Voting has started on Friday in eight seats in Uttar Pradesh in the first phase of Lok Sabha elections 2024, and with this, the grandeur of elections has also started in our country, India, the world’s largest democracy. All necessary preparations for voting have been completed. In the first phase, voting is to be held on 21 state seats, including eight in UP and 102 parliamentary seats in Union Territories.

Prominent candidates in this phase include Union ministers Nitin Gadkari, Sarbananda Sonowal, and Upendra Yadav, Congress’s Gaurav Gogoi, and DMK’s Kanimozhi. In Uttar Pradesh, the reputations of the BJP’s Sanjeev Balyan, Pradeep Kumar, and Cabinet Minister Jatin Prasad are at stake.

Read more: Iran’s nuclear sites are in danger

The Chief Electoral Officer of Uttar Pradesh, Navdeep Ridwa, gave information about the preparations for voting last Thursday. He said that voting will start at 7:00 am and continue until 6:00 pm. In the first phase, maximum voters are in Moradabad and least in Nagina reserved seat. 80 candidates are in the fray for 8 seats. A maximum of 15 candidates are on the Kairana seat, and at least 5 candidates are on the Nagina reserved seat.

Voters will vote in pleasant weather

During the first phase of voting in Uttar Pradesh, voters will not be troubled by the scorching sun and heat. In the areas where voting is to be held, the weather will be good, with light rain and a cloudy and cool breeze. Atul Kumar Singh, scientist of the Zonal Meteorological Center, said that except for Pilibhit and Rampur, it will be cloudy in the Saharanpur, Shamli, Meerut, Muzaffarnagar, and Moradabad areas on Friday. There are chances of light rain or a shower, along with thunder. Strong winds can also blow during this period.

In this phase, 8 general observers, 5 police observers, and 10 expenditure observers have been deployed to keep an eye on the voting. Apart from these, 1772 sector magistrates, 150 zonal magistrates, and 103 static magistrates have been deployed. Any complaint related to voting can be lodged at the toll-free number 18001801950.

Voting

Employees of factories working day and night will also get the opportunity to vote in the by-elections of Lok Sabha and Assembly constituencies to be held in Uttar Pradesh. For this, they will get leave on the day of voting. In return, they will not be asked to work on the next weekly holiday. There is an order to provide suitable opportunities to all the employees working in factories running day and night and to declare the voting day a public holiday in other factories. In this regard, necessary guidelines have been issued by Principal Secretary Labor Anil Kumar to all district magistrates and district election officers.

Chief Minister Yogi Adityanath said not to worry about sunlight for voting

Chief Minister Yogi Adityanath reached Jhanjhar village in Secunderabad area in Bulandshahr on Thursday afternoon in his first public meeting. While addressing in support of BJP candidate Dr. Mahesh Sharma from Gautam Buddha Nagar Lok Sabha seat, he tried to woo youth, farmers, women and businessmen. He said that there was an atmosphere of insecurity, terrorism and fear during the rule of Congress, SP and BSP.

The district with the most improved economy in developed India will be Gautam Buddha Nagar. Asia’s largest airport is being built in Jewar. He said that Lord Shri Ram’s Surya Tilak has been done in Ayodhya. Could the people of Congress, SP, and the BSP have done this? The Chief Minister said that one should not worry about heat, sun and heat. Vote 50% in the first 3 hours.

The second public meeting of the Chief Minister was held at Sisauli PRD ground of Kithore assembly constituency of Meerut-Lok Sabha. Here he said that those who want family first may be talking about Congress, BSP, and SP, but those who want nation first are with BJP.

Now the poor get free ration

In Sisauli, the Chief Minister asked the people whether the people of Congress, SP and BSP could have done the foundation stone laying, consecration and Surya Abhishek of Ram temple that you saw. After 500 years in Ayodhya, Suryavanshi Lord Shri Ram was given tilak by the Sun God with rays. He said that those who saw the Surya Abhishek of Ramlala, only one thing was coming out of their mouth: ‘We will bring back those who have brought Ram.’

In a public meeting in Pilkhua, Hapur, in support of BJP candidate and MLA Ghaziabad Atulgarg from the Ghaziabad Lok Sabha seat, Chief Minister Yogi Adityanath said that if India is to be developed, Uttar Pradesh is necessary. Yogi said that India is giving free ration to 80 crore people. Before 2014, there were reports of deaths due to hunger here too.

Voting

‘To hoist tricolor on PoK, 400 marks should be crossed’

Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya fiercely attacked the SP and Congress. He said that these parties do dynasty politics. He appealed to hoist the tricolor on PoK and take the BJP beyond 400 for the interests of farmers and women in the One Nation, One Election. He said that the country has to be made Congress free and the state made SP, BSP free. He was addressing a public meeting in Bahjoi on Thursday. At the same time, in the Gandhi Bhawan complex in Hardoi, the Deputy CM said that the party’s target is to empower 3 crore women. One crore Nari Shakti Bandhans have been made; the target is to make 2 crore more.

Read more: What you need to know about India’s Lok Sabha election 2024

लोकसभा चुनाव 2024: दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का महोत्सव शुरू

चुनाव

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर शुक्रवार को मतदान शुरू हो चुका है और इसी के साथ ही विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र, हमारे भारत में चुनावी महाकुंभ का शंखनाध भी हो चुका है| मतदान की सभी जरूरी तैयारीयां पूरी कर ली गई हैं| पहले चरण में यूपी की आठ समेत 21 राज्यों की सीटों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 संसदीय सीटों पर मतदान होना है|

पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश (60 सीटें) और सिक्किम (32 सीटें) में विधानसभा चुनाव भी होंगे| इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सर्बानंद सोनोवाल और उपेंद्र यादव, कांग्रेस के गौरव गोगोई, और द्रमुक की कनिमोली शामिल हैं| वही उत्तर प्रदेश में भाजपा के संजीव बालियान, प्रदीप कुमार व कैबिनेट मंत्री जतिन प्रसाद की प्रतिष्ठा दाओं पर है|

यह भी पढ़ें: ईरान के परमाणु ठिकाने खतरे में

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिड़वा ने बीते गुरुवार को प्रसवर्ता में मतदान की तैयारीयों संबंधी जानकारी दी| उन्होंने बताया कि के चुनावी मतदान सुबह 7:00 बजे शुरू होगा और शाम 6:00 बजे तक चलेगा| पहले चरण में सबसे अधिक वोटर मुरादाबाद व सबसे कम नगीना सुरक्षित सीट पर है| 8 सीटों पर 80 प्रत्याशी मैदान में है| सबसे अधिक 15 उम्मीदवार कैराना सीट पर और सबसे कम 5 उम्मीदवार नगीना सुरक्षित सीट पर है|

खुशनुमा मौसम में चुनावी मतदाता करेंगे वोट

उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव के दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का महोत्सव शुरूमतदान के दौरान वोटरों को तेज धूप, तपिश और लू नहीं सताएगी| जिन इलाकों में मतदान होना है, वहां हल्की बारिश, बदली और ठंडी हवा से मौसम अच्छा रहेगा| आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को पीलीभीत व रामपुर को छोड़कर सहारनपुर, शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर और मुरादाबाद इलाकों में बादल छाए रहेंगे| गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने या बौछार पड़ने के आसार हैं| इस दरमियान तेज हवा भी चल सकती है|

इस चरण के चुनावी मतदान पर नजर रखने के 8 सामान्य प्रेक्षक, 5 पुलिस प्रेक्षक, 10 व्यय प्रेक्षक तैनात किए गए हैं| इनके अलावा 1772 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 150 जोनल और 103 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं| मतदान से संबंधित कोई भी शिकायत टोल फ्री नंबर 18001801950 पर दर्ज करवाई जा सकती है|

उत्तर प्रदेश में होने वाले लोकसभा तथा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के उपचुनाव में दिन-रात चलने वाले कारखानों के कार्मिकों को भी मतदान का अवसर मिलेगा| इसके लिए उन्हें मतदान वाले दिन अवकाश मिलेगा| बदले में अगले साप्ताहिक अवकाश के दिन उनसे कार्य नहीं लिया जाएगा| दिन-रात चलने वाले कारखानों में कार्यरत समस्त कर्मचारियों को उपयुक्त अवसर प्रदान करने तथा अन्य कारखानों में मतदान के दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का आदेश है| इस संबंध में प्रमुख सचिव श्रम अनिल कुमार की ओर से समस्त जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये जा चुके हैं|

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मतदान के लिए धूप की परवाह न करें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी पहली जनसभा में गुरुवार दोपहर बाद बुलंदशहर में सिकंदराबाद क्षेत्र के गांव झांझर पहुंचे| गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा के समर्थन में संबोधन के दौरान उन्होंने युवा, किसान, महिला, व्यापारी सभी को साधने का प्रयास किय| उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा के राज में असुरक्षा, आतंकवाद और भय का माहौल था| विकसित भारत में सबसे सुद्रण अर्थव्यवस्था वाला जिला गौतमबुद्धनगर होगा| एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर में बन रहा है| उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम का सूर्य तिलक हुआ है| कांग्रेस, सपा, बसपा के लोग यह कर पाते क्या| मुख्यमंत्री ने कहा की गर्मी, धुप, लू परवाह न करें| पहले 3 घंटे में 50% मतदान कर दें|

मुख्यमंत्री की दूसरी जनसभा मेरठ-लोकसभा के किठौर विधानसभा क्षेत्र के सिसौली पीआरडी मैदान में हुई| यहां उन्होंने कहा कि जिन लोगों को फैमिली फर्स्ट चाहिए वह कांग्रेस, बसपा, सपा की बात कर रहे होंगे, पर जिन्हे नेशन फर्स्ट चाहिए वे भाजपा के साथ हैं|

अब गरीबों को राशन फ्री मिलता है

सिसौली में मुख्यमंत्री ने लोगों से पूछा कि राम मंदिर के शिलान्यास, प्राण प्रतिष्ठा और सूर्याभिषेक जो आपने देखा क्या वह कांग्रेस, सपा, बसपा के लोग कर पाते| अयोध्या में 500 साल बाद सूर्यवंशी भगवान श्रीराम को सूर्य भगवान ने किरणों से तिलक किया| उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने रामलला का सूर्याभिषेक देखा, तो उनके मुंह से सिर्फ एक बात ही निकल रही है- ‘जो राम को लाये हैं हम उनको लाएंगे|’

हापुड़ के पिलखुआ में गाजियाबाद क्षेत्र लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक गाजियाबाद अतुलगर्ग के समर्थन में जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत को विकसित बनाना है तो उत्तर प्रदेश जरूरी है| योगी ने कहा कि भारत 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दे रहा है| 2014 से पहले यहाँ भी भूख से मौत की खबरें आती थी|

चुनाव

पीओके पर तिरंगा फहराने को चाहिए 400 पार

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला| उन्होंने कहा कि यह पार्टियां वंश की राजनीति करती है| उन्होंने पीओके पर तिरंगा फहराने और एक राष्ट्र एक चुनाव के साथ किसान और महिलाओं के हितों के लिए भाजपा को 400 पार पहुंचाने की अपील की| उन्होंने कहा कि देश को कांग्रेस मुक्त तो प्रदेश को सपा, बसपा मुक्त बनाना है| वे गुरुवार को बहजोई में जनसभा को संबोधित कर रहे थे| वहीं, हरदोई के गांधी भवन परिसर में डिप्टी सीएम ने कहा कि पार्टी का 3 करोड़ महिलाओं के सशक्तिकरण का लक्ष्य है| एक करोड़ नारी शक्ति बंदन बन चुकी है, 2 करोड़ और का लक्ष्य है|

और पढ़ें: लोकसभा चुनाव के बीच ममता बनर्जी की पार्टी में कलह!

West Bengal: Question of respect for BJP and Trinamool Congress

West Bengal

42 seats in West Bengal in the Lok Sabha elections have become a matter of prestige and credibility for the ruling Trinamool Congress and the largest opposition party, the BJP, in the state. Voting for these seats is to be held in seven phases. Instead of coordinating on seats with the allies of the India Alliance, i.e., Congress and Left Front, the Trinamool Congress is fighting alone on all the seats in Bengal. Congress and the Left Front have compromised on seats, while on the other hand, India’s largest political party, the BJP, is also contesting elections on all the seats.

This time, both the contenders, i.e., the Trinamool Congress and the BJP, have a big challenge to save their old seats and increase their numbers. This is the reason why the top leaders of both parties have started a very aggressive election campaign. In the last 2019 Lok Sabha elections, the BJP got 18 seats and the Trinamool Congress got 22 seats. Two seats went to the account of India’s oldest party, Congress, while the account of the Left Front was also not opened.

Read also: Chief Minister Yogi Adityanath: Mafias will not get even soil now

Close contest between BJP and Trinamool Congress in West Bengal

Although West Bengal is the third-largest state in terms of seats, it has always been very important for all political parties. But this time its importance has increased much more due to the close fight between the two major political parties, i.e., the BJP and the Trinamool Congress. Prime Minister Narendra Modi has already held half a dozen election rallies before the first phase of voting. On the other hand, West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee is also not far behind. The BJP has set a target of winning at least 35 seats in Bengal. On the other hand, Trinamool Congress has also fielded 26 new faces in an effort to win maximum seats.

West Bengal

Big political analysts say that the BJP can get the benefit of the Citizen Amendment Act and the Sandeshkhali scandal. The BJP wants to attract the more than one crore Matuva population of Bengal to its fold through the Citizenship Amendment Act. Similarly, through Sandeshkhali cards, all the party leaders are promoting the status of women in the state. Matuva voters are decisive for at least five seats in Bengal.

Among them, Trinamool Congress leader Mahua Moitra also has a seat in Krishnanagar, but Mamata Banerjee and her party are continuously spreading the illusion that citizenship will be taken away as soon as they apply under the Citizenship Amendment Act. Mamta is also linking this law with the NRC. In such a situation, at present, it is difficult to tell who will get the electoral benefit or loss from this law. The teacher recruitment scam and ration scam done by the Trinamool Congress are also major issues for the BJP.

Women play a big role in elections

Many Trinamool Congress leaders, including Bengal Chief Minister Mamata Banerjee, are making false allegations about the political use of central agencies. Besides, they are also alleging that no money has been given under central schemes. Mamta and party leaders are heavily promoting many schemes launched by the state government, like Lakshmi Bhandar, Kanyashree, Yuvashree, and Sabuj Sathi, besides the old age and widow pension. Out of 7.5 crore voters in Bengal state, 3.59 crore women voters are included.

In the 2021 Bengal Assembly elections, these schemes brought about 55% of women’s votes to the Trinamool Congress. After that, the Lakshmi Bhandar Yojana was started. As a counter to the central schemes, the state government and Trinamool Congress have been successful in promoting their schemes on a large scale through their strong mechanisms. But the opposition parties kept making allegations of corruption in the benefits received under these schemes, which is true to some extent. But the party leaders, despite knowing all this, say that it will have no effect.

West Bengal

Sandeshkhali scandal and many scams tarnished the image of the party

The arrest of strong Trinamool Congress leaders in various scams in North 24-Parganas district has also increased the party’s concern. The minister handling the organization there, Jyotipriya Mallick, is in jail due to the ration scam. Parth Chatterjee, who is in charge of elections in Kolkata and Hooghly districts, is also in jail due to a teacher recruitment scam. The horrific incident of Sandeshkhali and the arrest of many party leaders, including shahjahan sheikh, accused in that case, have also become a headache for the Trinamool Congress. Sandeshkhali area is under Basirhat Lok Sabha constituency.

The party has not given ticket to actress Nusrat Jahan, who won from the same seat last time. Nusrat Jahan has been insulted a lot for ignoring the atrocities committed against women there during the Sandeshkhali incident. Similarly, powerful leader Anuvrat Mandal, who took responsibility for the party’s election campaign in Birbhum and surrounding districts, is also in Delhi’s Tihar Jail in the case of animal smuggling. Partha Chatterjee, who was a strong pillar of the party in the last elections, is in jail, while Shubhendu Adhikari has joined the BJP. Since joining the party, Subhendu Adhikari has provided a lot of strength to the BJP at the grassroots level.

Read more: Bengaluru’s Rameshwaram Cafe blast mastermind and bomber arrested from West Bengal

Seraphinite AcceleratorOptimized by Seraphinite Accelerator
Turns on site high speed to be attractive for people and search engines.