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लोकसभा चुनाव 2024: अमित शाह, प्रियंका गांधी और सीएम योगी में सत्ता संग्राम

प्रियंका गांधी

भ्रष्टाचार करोगे तो जेल जाने से कोई नहीं रोक पायेगा; अमित शाह का प्रहार

गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि राहुल बाबा कहते हैं की धारा 370 वापस ले लेंगे, ट्रिपल तलाक बिल वापस करेंगे| अमित शाह ने कहा कि अखिलेश यादव ने 2021 में सरदार पटेल की प्रतिमा के उद्घाटन के समय पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को महान नेता बताया था| वोट बैंक के लिए जो जिन्ना को महान बताता है उसे वोट देना चाहिए क्या? अखिलेश इतिहास ढंग से पढ़ ले| भारत माता के दो टुकड़े करवाने वाला जिन्ना ही था|

कन्नौज, हरदोई और लखीमपुर खीरी में उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के समय में साढ़े 12 लाख करोड रुपए के घपले-घोटाले हुए हैं| झारखंड में कांग्रेस सांसद के घर से साढे तीन सौ करोड़ रुपये, ममता बनर्जी के मंत्री के घर से 50 करोड़ रूपए कैश पकड़ा जाता है और फिर वह ईडी और सीबीआई को भला-बुरा कहते हैं| मैं राहुल गांधी और अखिलेश यादव से यही कहना चाहूंगा कि भ्रष्टाचार करोगे तो पकड़े भी जाओगे और जेल भी जाओगे| कोई रोक नहीं सकता है| उन्होंने आगे कहा कि 23 साल तक सीएम और आज तक पीएम रहने के बावजूद 25 पैसे का भी आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नहीं है|

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अमित शाह ने आगे कहा कि वोट बैंक के डर से श्री राम मंदिर के भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अखिलेश यादव, डिंपल यादव, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी नहीं गए थे| उन्होंने कहा कि एक और इंडी गठबंधन है जिसके राज में रोज बम धमाके होते थे| पाकिस्तान से आलिया, मालिया, जमालिया घुस जाते थे और बम धमाके करते थे| दूसरी तरफ मोदी जी हैं जिन्होंने पुलवामा में हमला हुआ तो पाकिस्तान के घर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकियों का सफाया कर दिया|

उत्तर प्रदेश ने पिछली बार भाजपा को 64 सीटें दी थी पर अब की बार 80 में से 80 सीटें भाजपा को मिल रहीं हैं| आगे उन्होंने कहा कि मोदी ने गरीबों का कल्याण, युवाओं का सम्मान, किसानों को सही स्थान, नारी शक्ति का गुणगान करने का काम किया है| एक तरफ विपक्षी बेटे-बेटी, पति-पत्नी, भतीजे को सीएम और पीएम बनना चाहते हैं तो दूसरी तरफ मोदी जी किसानों, युवाओं और गरीबों व कल्याण करना चाहते है|

अमित शाह ने कहा कि हरदोई अटल जी की कर्मभूमि रही है| सन 1962 में हरदोई ने दीपक जलाकर जनसंघ को आगे बढ़ने का काम किया था| वह निमंत्रण दे रहे हैं कि 6 जून को मिश्रिख वालों 400 लड्डू लेकर दिल्ली जरूर आइएगा| 409 नए सांसदों को लड्डू खिलाना है| उन्होंने वंदे मातरम व भारत माता की जय के उद्घोष के साथ भाषण का समापन किया|

प्रियंका गांधी

कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की छाप; सीएम योगी का पलटवार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ों और भारत की सनातन आस्था के प्रति अन्याय पत्र है| यह मुस्लिम लीग के नए वर्जन के जैसा है| अगर देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल का घोषणा पत्र मुस्लिम लीग का प्रतिनिधित्व करता हो तो इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ और नहीं हो सकता है|

बुधवार को चुनाव प्रचार के लिए निकलने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में मीडिया से बातचीत की| कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी द्वारा भाजपा पर नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जाने के सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया| उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति जानता है कि बांटो और राज करो की नीति कांग्रेस को विरासत में मिली है|

अंग्रेजों की कुटिल चाल को 1947 में कांग्रेस ने सफल होने दिया और देश का बंटवारा कर दिया| उन्होंने कहा कि अब कांग्रेसी जनता की आंखों में धूल झोंक सत्ता नहीं हथिया पाएंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरा देश एकजुट है| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद राजनीतिक स्वार्थ के कारण जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर देश में वर्ग संघर्ष को कांग्रेस ने बढ़ावा दिया है|

जनता के सवालों पर मौन साध लेते हैं प्रधानमंत्री मोदी; प्रियंका गांधी का तंज

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को भाजपा पर गुमराह करने का आरोप लगाया है| कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी के प्रचार के लिए दो दिनों से रायबरेली में प्रवास कर रही प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला| प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी जी जनता के सवालों पर मौन साध लेते हैं| जनता को 5 किलो राशन दे दो, लेकिन रोजगार नहीं देना है| सैम पित्रोदा के बयान पर प्रियंका गांधी ने कहा की अमेरिका में किसी ने उल्टा-सीधा बयान दे दिया तो उसको कहा जा रहा है कि यह कांग्रेस की नीति है|

प्रियंका गांधी

रायबरेली के बछरावां विधानसभा क्षेत्र में जनसम्पर्क एवं नुक्कड़ सभाओं में प्रियंका गांधी ने कहा कि पूरी बीजेपी मशीनरी राहुल गांधी के खिलाफ लगी है| उनकी संसद सदस्यता और घर को छीना गया है| तमाम अवरोधों के बाद भी राहुल गांधी ने अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखी है| प्रियंका ने कहा कि भाजपा ने आम जनता को गुमराह किया है| उनको लगता है कि 5 किलो अनाज देकर वे आपको आत्मनिर्भर बना देंगे, जबकि वह आपके सम्मान को छीनकर आपको सरकार के ऊपर निर्भर रहना सिखा रहे हैं|

प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार अंबानी-अडानी को सारी संपत्ति दे रही है| एयरपोर्ट, पोर्ट, कोयला खदान आदि सब उनको दिया जा रहा है| प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस ही सिर्फ अडानी-अंबानी को लेकर बोलती है|

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Rahul Gandhi has hope from Rae Bareli, left Amethi

Rae Bareli

The suspense regarding Rae Bareli and Amethi seats ended last Friday morning. Senior Congress leader Rahul Gandhi will contest elections from Rae Bareli in Uttar Pradesh. From Amethi, Congress has nominated Kishori Lal Sharma, who was the representative of Rajiv, Sonia Gandhi, and Rahul Gandhi, as its candidate.

This is the first time in 25 years that no member of the Gandhi family is contesting elections from Amethi. In the 2019 Lok Sabha elections, the BJP’s Smriti Irani defeated Rahul Gandhi on this seat by a margin of about 55 thousand votes. Rahul Gandhi filed his nomination from Rae Bareli seat on Friday afternoon. At the time of his nomination, Rahul was accompanied by Congress President Mallikarjun Kharge, Sonia Gandhi, Priyanka Gandhi, Robert Vadra, Telangana Chief Minister Revanth Reddy, Congress Rajya Sabha member Pramod Tiwari, and leaders of several allies of the Indi alliance.

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Before joining Rahul’s nomination, Priyanka Gandhi came for some time to meet Congress candidate Kishori Lal Sharma, who had filed a nomination from Amethi. Rahul Gandhi reached Fursatganj Airport at around 10:30 in the morning, and from there, Congress President Mallikarjun Kharge, Priyanka Gandhi, and other leaders joined him in the nomination.

According to Congress, the decision is right

The Congress justified Rahul Gandhi’s decision to contest from Rae Bareli’s seat and said that contesting elections from Rae Bareli was an emotional matter for him. Because it was led by his grandfather Firoz Gandhi, his grandmother Indira Gandhi, and later his mother Sonia Gandhi. Due to health reasons, Sonia did not agree to contest the Lok Sabha elections from Rae Bareli this time and was elected unopposed to the Rajya Sabha from Rajasthan.

Rae Bareli

Prime Minister Narendra Modi targets Rahul

Prime Minister Narendra Modi took a dig at Rahul Gandhi over his decision to contest elections from the Rae Bareli seat. He said that, seeing the defeat from Wayanad, he has found a third destination.

Addressing public meetings, Prime Minister Modi said, Don’t be afraid! Don’t run! Without naming Rahul Gandhi, Prime Minister Modi said that he had already told her that Shehzade was going to lose in Wayanad. Due to his fear of defeat, as soon as the voting ends, he will start looking for the third seat.

They are so scared of Amethi that they have fled from there and are looking for shelter in Rae Bareli. Congress people go around saying don’t be afraid! Do not fear! I also tell them, Hey, don’t be afraid! Do not run! Attacking Sonia Gandhi, Prime Minister Modi said that I had talked about the defeat of Congress long ago in the Parliament House. When their senior leaders leave their seats and go to the Rajya Sabha, this proves that they have realized their defeat.

Caste equation of Rae Bareli seat

If we talk about the caste equation of the Rae Bareli seat, the largest number of Dalit voters are here. This figure is more than 32 percent. About 11 percent are Brahmins, about 9 percent are Rajputs, and 7 percent are Yadav caste voters. Here, Muslim and Logh voters are around 6 percent, and Kurmi voters are around 4 percent. The number of OBC voters is also around 23 percent.

Rae Bareli

Congress faces a tough challenge to save its fort

Rae Bareli seat has been the traditional seat of the Gandhi family. Rae Bareli did not leave Congress even during the huge Modi wave of 2014 and 2019. Now the responsibility of handling the family’s legacy rests on the shoulders of Rahul Gandhi. Along with this, Rahul Gandhi also has the challenge of saving this only Congress fort in UP.

Rae Bareli Lok Sabha seat was formed in 1952. Feroze Gandhi had won elections here in 1952 and 1957. Congress’s Baijnath Kuril won the 1960 by-election. Then, in 1962, Baijnath Kuril of Congress won. Indira Gandhi became MP from here in 1968, 1971, and 1980. Rajarayan defeated Indira Gandhi in 1977. Arun Nehru won the by-elections in 1980 and 1984. Indira Gandhi’s maternal aunt, Sheela Kaul, became MP in 1989 and 1991. The BJP’s Ashok Singh won the elections in 1996 and 1998. Sonia Gandhi won the by-elections in 2004, 2006, 2009, 2014, and 2019.

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राहुल गांधी को रायबरेली से उम्मीद, अमेठी छोड़ी

रायबरेली

रायबरेली और अमेठी सीट को लेकर कायम सस्पेंस बीते शुक्रवार को सुबह खत्म हो चुका है| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे| वही अमेठी से कांग्रेस ने राजीव, सोनिया गाँधी और राहुल गांधी के प्रतिनिधि रह चुके किशोरी लाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया है|

25 वर्षों में यह पहला मौका है जब गांधी परिवार का कोई भी सदस्य अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहा है| वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा की स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी को करीब 55 हजार वोटो के मार्जिन से पराजित किया था| राहुल गांधी ने शुक्रवार को दोपहर अपना परचा रायबरेली सीट से दाखिल किया| नामांकन के समय राहुल के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, रॉबर्ट वाड्रा, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी समेत इंडी गठबंधन के कई सहयोगी दलों के नेता भी थे|

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राहुल के नामांकन में शामिल होने से पूर्व प्रियंका गांधी कुछ देर के लिए अमेठी से नामांकन दाखिल करने वाले कांग्रेस के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा से मिलने पहुंची| राहुल गाँधी सुबह करीब 10:30 बजे फुरसतगंज एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी समेत अन्य नेता नामांकन में शामिल हुए|

कांग्रेस के हिसाब से फैसला सही

कांग्रेस ने राहुल गांधी के रायबरेली सीट से लड़ने के फैसले को सही बताते हुए कहा कि रायबरेली से चुनाव लड़ना उनके लिए भावनात्मक मामला था| क्योंकि इसका नेतृत्व उसके दादा फिरोज गांधी, उसकी दादी इंदिरा गांधी और बाद में उसकी मां सोनिया गांधी ने किया था| सोनिया ने स्वास्थ्य के चलते रायबरेली से इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने को राजी नहीं थी और राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुई थी|

रायबरेली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल पर कसा तंज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर राहुल गांधी पर तंज कसा| उन्होंने कहा कि वायनाड से हार सुनिश्चित देख उन्होंने तीसरा ठिकाना ढूंढ लिया है|

बर्धमान और दुर्गापुर में शुक्रवार को विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डरो मत! भागो मत! प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि उन्होंने पहले ही बता दिया था कि शहजादे वायनाड में हारने वाले है| हार के डर से जैसे ही मतदान समाप्त होगा, वह तीसरी सीट खोजने लग जाएंगे|

अमेठी से भी इतना डर गए हैं की वहां से भागकर रायबरेली में ठिकाना खोज रहे हैं| कांग्रेस के लोग घूम-घूम कर कहते हैं कि डरो मत! डरो मत! मैं भी इन्हें कहता हूं कि अरे डरो मत! भागो मत! प्रधानमंत्री मोदी ने सोनिया गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि मैंने संसद भवन में बहुत पहले कांग्रेस की हार की बात कही थी| जब उनके वरिष्ठ नेता सीट छोड़ राज्यसभा जा रहे हैं इससे यह सबूत मिलता है कि उन्होंने अपनी हार भांप ली है|

रायबरेली सीट का जातीय समीकरण

रायबरेली सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां सर्वाधिक संख्या दलित मतदाताओं की है| यह आंकड़ा 32 फ़ीसदी से अधिक है| करीब 11 फीसदी ब्राह्मण है, लगभग 9 फीसदी राजपूत है, 7 फ़ीसदी यादव वर्ग के मतदाता है| यहाँ मुसलमान और लोघ मतदाता करीब 6 फ़ीसदी है और कुर्मी 4 फीसदी के करीब है| ओबीसी मतदाताओं की तादाद भी करीब 23 फ़ीसदी है|

रायबरेली

कांग्रेस को अपना किला बचाने की कड़ी चुनौती

रायबरेली सीट गांधी परिवार की पारंपरिक सीट रही है| रायबरेली ने 2014 और 2019 की विशाल मोदी लहर में भी कांग्रेस का दामन नहीं छोड़ा| अब राहुल गाँधी के कंधों पर परिवार की विरासत संभाले की जिम्मेदारी है| इसी के साथ राहुल गाँधी को यूपी के इस एकमात्र कांग्रेस के दुर्ग को बचाने की भी चुनौती है|

रायबरेली लोकसभा सीट का गठन वर्ष 1952 में हुआ था| 1952 व 1957 में फिरोज गांधी यहाँ चुनाव जीते थे| 1960 के उपचुनाव में कांग्रेस के बैजनाथ कुरील जीते थे| फिर 1962 में कांग्रेस के बैजनाथ कुरील जीते थे| 1968, 1971 और 1980 में इंदिरा गांधी यहां से सांसद बनी थी| 1977 में राजनारायण ने इंदिरा गांधी को हराया था| 1980 के उपचुनाव व 1984 में अरुण नेहरू चुनाव जीते थे| 1989 व 1991 में इंदिरा गाँधी की मामी शीला कौल सांसद बनी थी| 1996 व 1998 में भाजपा के अशोक सिंह चुनाव जीते थे| वर्ष 2004, 2006 के उपचुनाव और 2009, 2014 और 2019 में सोनिया गाँधी चुनाव जीती थी|

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