देश के 8 दिग्गजों पर भारी पड़े मुकेश अंबानी, 14,500 करोड़ रुपये से किया बड़ा खेल
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23 फरवरी 2025 को भारतीय उद्योग जगत में एक बार फिर मुकेश अंबानी और उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी ताकत का परिचय दिया। पिछले सप्ताह जहां देश की 8 प्रमुख कंपनियों को शेयर बाजार में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा, वहीं मुकेश अंबानी ने अपनी सूझबूझ और रणनीति के दम पर रिलायंस के मार्केट कैप में 14,500 करोड़ रुपये की शानदार बढ़ोतरी हासिल की। यह उपलब्धि न केवल मुकेश अंबानी के नेतृत्व की मजबूती को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी बाजार में अपना दबदबा बनाए रख सकती है।
बाजार में उथल-पुथल और 8 दिग्गजों की हार
पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता का माहौल रहा। इस दौरान देश की 8 बड़ी कंपनियों के मार्केट कैप में कुल मिलाकर 1.66 लाख करोड़ रुपये की गिरावट देखी गई। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को सबसे बड़ा झटका लगा, जिसका बाजार मूल्य 53,000 करोड़ रुपये कम हो गया। वहीं, टेलीकॉम दिग्गज भारती एयरटेल का मार्केट कैप 44,000 करोड़ रुपये से अधिक घट गया। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक जैसे निजी क्षेत्र के बड़े बैंक ने भी 18,235 करोड़ रुपये का नुकसान झेला। इन कंपनियों के लिए यह सप्ताह किसी बुरे सपने से कम नहीं था।
हालांकि, इस संकट के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज ने न सिर्फ अपनी स्थिति को स्थिर रखा, बल्कि अपने मार्केट कैप में 14,500 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की। इस दौरान केवल एक अन्य कंपनी, बजाज फाइनेंस, ने 384 करोड़ रुपये की मामूली वृद्धि हासिल की, लेकिन यह रिलायंस की उपलब्धि के सामने नगण्य रही। यह घटनाक्रम साफ तौर पर दिखाता है कि जब अन्य दिग्गज दबाव में थे, तब मुकेश अंबानी ने बाजार को अपने पक्ष में मोड़ने का हुनर दिखाया।
मुकेश अंबानी का मास्टरस्ट्रोक
मुकेश अंबानी का यह “बड़ा खेल” कोई संयोग नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पिछले कुछ वर्षों में अपने कारोबार को ऊर्जा, रिटेल, टेलीकॉम और डिजिटल सेवाओं जैसे विविध क्षेत्रों में विस्तारित कर एक मजबूत आधार तैयार किया है। जब बाजार में अन्य कंपनियां संकट से जूझ रही थीं, तब रिलायंस ने अपने मजबूत बिजनेस मॉडल और भविष्योन्मुखी रणनीतियों के दम पर निवेशकों का भरोसा जीता। रिलायंस जियो की 5G सेवाओं का विस्तार, रिटेल सेक्टर में बढ़ती पैठ और ग्रीन एनर्जी में निवेश जैसे कदमों ने कंपनी को इस मुकाम तक पहुंचाया।

विशेषज्ञों का कहना है कि रिलायंस के शेयरों में यह उछाल कंपनी के डिजिटल और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ते प्रभाव का नतीजा है। जियो का टेलीकॉम बाजार में दबदबा और रिलायंस रिटेल का विस्तार न केवल कंपनी की आय को बढ़ा रहा है, बल्कि निवेशकों को भविष्य की संभावनाओं पर भरोसा भी दिला रहा है। यही कारण है कि जहां अन्य कंपनियां बाजार के दबाव में घुटने टेक रही थीं, वहीं रिलायंस ने न सिर्फ खुद को बचाया, बल्कि अपनी स्थिति को और मजबूत किया।
अंबानी की दूरदर्शिता और ताकत
मुकेश अंबानी की सफलता का रहस्य उनकी दूरदर्शिता, जोखिम लेने की क्षमता और सही समय पर सही निर्णय लेने की कला में निहित है। चाहे वह जियो के जरिए टेलीकॉम क्रांति लाना हो या रिटेल और ऊर्जा क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करना, मुकेश अंबानी ने हमेशा बाजार की नब्ज को पकड़ा और उसी के अनुरूप कदम उठाए। आज रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी होने के साथ-साथ वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान बना रही है।

मुकेश अंबानी का यह कदम भारतीय उद्योग जगत के लिए एक मिसाल है। यह साबित करता है कि सही रणनीति और मजबूत नेतृत्व के साथ कोई भी संकट अवसर में बदला जा सकता है। 14,500 करोड़ रुपये की यह बढ़ोतरी न केवल रिलायंस की ताकत को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि मुकेश अंबानी का “बड़ा खेल” अभी जारी है। आने वाले समय में रिलायंस से ऐसी ही और उपलब्धियों की उम्मीद की जा सकती है।
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